पीएम मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में बाढ़-बारिश पर जताई चिन्ता, वोकल फॉर लोकल पर दिया जोर.
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का प्रसारण आज हुआ। इसमें पीएम मोदी ने बाढ़-बारिश पर चिन्ता जताते हुए कहा कि इस मानसून के मौसम में, प्राकृतिक आपदाएं देश की परीक्षा ले रही हैं। पिछले कुछ हफ्तों में हमने बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही देखी है। घर तबाह हो गए, खेत जलमग्न हो गए। पानी के लगातार बढ़ते दबाव ने पुल-सड़कें बहा दीं और लोगों की जान खतरे में पड़ गई। इन घटनाओं ने हर भारतीय को दुखी किया है।
पीएम मोदी ने राहत और बचाव कार्यों में जुटे सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ समेत तमाम बचाव दलों की तारीफ करते हुए कहा कि जहां भी संकट आया, वहां के लोगों को बचाने के लिए हमारे एनडीआरएफ-एसडीआरएफ के जवान और अन्य सुरक्षा बल हर कोई दिन-रात जुटे रहे। थर्मल कैमरे, लाइव डिटेक्टर, और स्निफर डॉग्स की मदद के साथ ड्रोन से निगरानी की गई। ऐसे अनेक आधुनिक संसाधनों के सहारे राहत कार्य में तेजी लाने की भरपूर कोशिश की गई। हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाई गई और घायलों को एयरलिफ्ट किया गया।
पीएम मोदी ने स्वदेशी पर दिया जोर
पीएम मोदी ने टैरिफ का जिक्र किए बिना इशारों-इशारों में देशवासियों से इससे खिलाफ लड़ाई में आत्मनिर्भरता को हथियार बनाने का आह्वान किया। पीएम मोदी बोले- गर्व से कहो-ये स्वदेशी है। पीएम मोदी ने गणेश उत्सव का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में बहुत सारे त्योहारों की रौनक होगी। इन त्योहारों में आपको स्वदेशी की बात कभी भी भूलनी नहीं है। उपहार वही जो भारत में बना हो, पहनावा वही जो भारत में बुना हो, सजावट वही जो भारत में बने सामान से हो, रौशनी वही जो भारत में बनी झालरों से हो और भी ऐसा बहुत कुछ, जीवन की हर जरूरत में सब कुछ स्वदेशी हो। एक ही मंत्र वोकल फॉर लोकल, एक ही रास्ता आत्मनिर्भर भारत, एक ही लक्ष्य विकसित भारत।