पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में जीएसटी बचत उत्सव की दी बधाई, स्वदेशी अपनाने पर दिया जोर, कहा-गर्व से कहो मैं स्वदेशी खरीदता हूं.
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कल यानी नवरात्रि के पहले दिन से देश में 'जीएसटी बचत उत्सव' शुरू हो रहा है। आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पसंदीदा चीजें खरीद सकेंगे। जीएसटी बचत उत्सव से समाज के सभी वर्गों को लाभ होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों के इस मौसम में सबका मुंह मीठा होगा। देश के हर परिवार की खुशियां बढ़ेंगी। मैं अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों और 'बचत उत्सव' के लिए देश भर के लाखों परिवारों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। ये सुधार भारत की विकास गाथा को गति देंगे, व्यापार को सरल बनाएंगे, निवेश को अधिक आकर्षक बनाएंगे और विकास की दौड़ में हर राज्य को समान भागीदार बनाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि जब आपने 2014 में हमें अवसर दिया, तो हमने जनहित और राष्ट्रहित में जीएसटी को अपनी प्राथमिकता बनाया। हमने हर हितधारक से चर्चा की। हमने हर राज्य की शंकाओं का समाधान किया और हर प्रश्न का समाधान निकाला। सभी राज्यों को साथ लेकर चलने से ही भारत का सबसे बड़ा कर सुधार संभव हो पाया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों का ही परिणाम था कि देश दर्जनों करों के जाल से मुक्त हुआ और पूरे देश के लिए एक समान व्यवस्था स्थापित हुई। 'एक राष्ट्र, एक कर' का सपना साकार हुआ।
पीएम ने स्वदेशी पर दिया जोर
पीएम मोदी ने कहा कि आज जाने-अनजाने में हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत सी विदेशी चीजें जुड़ गई हैं। हमारी जेब में कंघी देशी है कि विदेशी है, हमें पता ही नहीं। अब हमें इससे मुक्ति पानी होगी। हमें वो चीजें खरीदनी होंगी जो भारत में बनी हो, जिसमें हमारे देश के बेटे-बेटियों का पसीना हो, हमें देश के घरों को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है। गर्व से कहो कि मैं स्वदेशी खरीदता हूं, मैं स्वदेशी सामान की बिक्री भी करता हूं। ये हर भारतीय का मिजाज बनना चाहिए। जब ये होगा तो भारत तेजी से विकसित होगा। मेरा आज सभी राज्य सरकारों से भी आग्रह है कि आत्मनिर्भर भारत के इस अभियान के साथ, स्वदेशी के इस अभियान के साथ अपने राज्यों में उत्पादन को गति दें। पूरी ऊर्जा और उत्साह से। निवेश के लिए माहौल बनाएं, जब केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढेंगे तो विकसित भारत का सपना पूरा होगा।
भारत में बने सामान की क्वालिटी बेहतर हो
पीएम मोदी ने कहा कि अब हमें आत्मनिर्भरता के मंत्र के साथ आगे बढ़ना होगा। जो देश के लोगों की जरूरत है, जो हम देश में बना सकते हैं, वो हमे देश में ही बनाना चाहिए। जीएसटी की दरें कम होने से नियम और प्रक्रियाएं और आसान बनने से हमारे एमएसएमई, हमारे लघु, कुटीर उद्योगों को बहुत फायदा होगा। उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स भी कम देना पड़ेगा। यानी उनको भी डबल फायदा होगा। इसलिए आज मेरी एमएसएमई से, चाहे लघु हों या सूक्ष्म या कुटीर, आप सबसे बहुत अपेक्षाएं हैं। आपको भी पता है कि जब भारत समृद्धि के शिखर पर था, तब अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार हमारे लघु-कुटीर उद्योग थे। भारत की मैन्युफैक्चरिंग और क्वालिटी बेहतर होती थी। हमें उस गौरव को वापस पाना है। जो हमारे उद्योग बनाएं वो दुनिया में उत्तम से उत्तम हों। जो हम बनाएं वो दुनिया में बेस्ट के पैरामीटर को पार करने वाला हो। हमारे उत्पाद दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाएं।
25 करोड़ लोगों ने गरीबी को हराया
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 11 साल में देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को हराया है। गरीबी को परास्त किया है और गरीबी से बाहर निकलकर एक बहुत बड़ा समूह नियो मिडिल क्लास के तौर पर बड़ी भूमिका अदा कर रहा है। इस क्लास की अपनी महत्वाकांक्षाएं और सपने हैं। इस साल सरकार ने 12 लाख तक की इनकम को टैक्स मुक्त कर उपहार दिया और जब 12 लाख तक वेतन पर टैक्स शून्य हो जाए तो मध्यमवर्ग को तो काफी सुविधा हो जाती है। अब गरीब की बारी है. नियो मिडिल क्लास की बारी है। अब इन्हें डबल बोनांजा मिल रहा है। जीएसटी कम होने से देश के नागरिकों के लिए अपने सपने पूरे करना और आसान होगा। घर बनाना, स्कूटर-कार खरीदना हो, इन सब पर अब कम खर्च करना होगा। अब आपका घूमना भी सस्ता होगा, क्योंकि होटल के कमरों पर भी जीएसटी कम कर दिया गया है।